ये कुछ मेरे अपने साथ हैं भी और नहीं भी साथ दें ना दें प्यार करें ना करें अपना समझें ना समझें किस बात पर फ़िदा हों किस बात पर खफा हों क्या पता कब हो जाएँ प्रगट कब तुमसे ज़ुदा हों क्या पता कब पूरे कर दें सपने कब भूल जाएँ हम भी हैं अपने आप की मंजूरी नहीं रिश्ते के लिए ज़रूरी उनकी ही मर्ज़ी चले पूरी की पूरी हम तो हैं पूरी तरह से अनजान तुम अपने हो मेरे या हो भगवान ✍️ सीमा कौशिक 'मुक्त' ✍️