राय है मेरी ! किसी के बारे में राय ना बनाइये
कुछ जानते नहीं , तो बात ना बनाइये
कुछ अच्छा बड़ा करने के लिए,भेजा है रब ने तुम्हें
दूसरों की सोच में, अपनी जान ना गँवाइये
जिनके बारे में राय है, उन्हें तो पता भी नहीं
जो गलत लगते तुम्हें, अधिकांश गलत होते नहीं
उनकी बातें छोड़ कर, कुछ अपने बारे में सोचिये
अनमोल है जीवन आपका, व्यर्थ यूँ ही ना गँवाइये
समझ उनकी,जीवन उनका,नजरिया भी उन्हीं का है
अपने काम से काम रखिये समय ना यूँ गँवाइये
सलाह दीजिये तभी, जब भी माँगी जाए आपसे
खुद को न्यायाधीश समझ, जान तुम ना खाइये
यूँ भी व्यर्थ निंदा करना, उसूलन पाप बहुत बड़ा
दिमाग का करें इस्तेमाल, पाप तो ना कमाईये
यार मान लीजिये किसी का दिल ना यूँ दुखाइए
राय है मेरी ! किसी के बारे में राय ना बनाइये
✍️ सीमा कौशिक 'मुक्त' ✍️
Seema Kaushik is a poet based in Faridabad, India. She is an engineering graduate, who spent most of her life as a homemaker. After being forced to live according to society’s rules, she has finally discovered her voice in her 50s. Now, she writes to be free.
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Beautiful.. Beautiful 👌👌👌👌👌
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thanks a lot!!
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Satya vachan! 👏
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