समझौतों से बचो ज़नाब ! ये आपके सर की छत नहीं कमज़ोर छतरी हैं तेज हवा से उड़ जाएंगे समझौतों की उम्र नहीं होती पर ये उम्र खा जाएंगे ज़िन्दगी के सफर में खुद के लिए जी नहीं पाएंगे ......
समझौतों से बचो ज़नाब ! ये आपके सर की छत नहीं कमज़ोर छतरी हैं तेज हवा से उड़ जाएंगे समझौतों की उम्र नहीं होती पर ये उम्र खा जाएंगे ज़िन्दगी के सफर में खुद के लिए जी नहीं पाएंगे ......
Beautiful lines ✌
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दिल से शुक्रिया !
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बहुत सही कहा आपने
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जी बहुत बहुत आभार आपका !
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