हुज़ूर बेवज़ह बे बात ना चीखिये हर झगडे को लंबा ना खींचिए सम्पूर्ण कोई था नहीं ,है नहीं, होगा नहीं सबको उनकी कमियों के साथ अपनाना सीखिए
हुज़ूर बेवज़ह बे बात ना चीखिये हर झगडे को लंबा ना खींचिए सम्पूर्ण कोई था नहीं ,है नहीं, होगा नहीं सबको उनकी कमियों के साथ अपनाना सीखिए