जो मुझे कहना है वो मैं तय करुँगी या तुम ? क्या अच्छा क्या बुरा मुझे लगे ये भी तय करोगे तुम ? मेरे अहसास मेरे हों पर महसूस कैसे हों तय करोगे तुम ! अनुभव कड़वे हों तो मीठा कैसे कहूँ ? कड़वे को मीठा कहलवाओगे तुम ! जीवन झेला मैंने पाया खोया मैंने हर दुःख झेला मैंने और इसके सरताज हो जाओगे तुम ! सही गलत का फैसला,अच्छे बुरे का फैसला अपनी राह चुनने का फैसला होगा मेरा ! रोक नहीं पाओगे तुम ! रोक नहीं पाओगे तुम !
Perfectly said 👏
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thanks a lot !
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