जब किसी की कमियां ज़्यादा दिखे तो समझ लेना तुम्हें आत्ममंथन की ज़रूरत है मगर प्यार अपनापन ज़्यादा दिखे तो समझ लेना तुम्हें आत्मसमर्पण की ज़रूरत है
जब किसी की कमियां ज़्यादा दिखे तो समझ लेना तुम्हें आत्ममंथन की ज़रूरत है मगर प्यार अपनापन ज़्यादा दिखे तो समझ लेना तुम्हें आत्मसमर्पण की ज़रूरत है