अपनी महत्वकांक्षाओं स्वार्थ और अहम् की लगाम अपने हाथ में रखें ,छोटा हो या बड़ा ! वर्ना आप खो देंगे सब कुछ धीरे धीरे ब्रह्माण्ड प्रकृति और वक़्त का न्याय है कड़ा !!
अपनी महत्वकांक्षाओं स्वार्थ और अहम् की लगाम अपने हाथ में रखें ,छोटा हो या बड़ा ! वर्ना आप खो देंगे सब कुछ धीरे धीरे ब्रह्माण्ड प्रकृति और वक़्त का न्याय है कड़ा !!