(मेरा विआन कभी कभी अपनी नानी से मिलने आता है। वो 1१/२ साल का है। जब वो वापिस गया तो मेरे दिल में ये शेर उसके लिए आया। ) हम जिनपर दिलोजान से कुर्बान होते हैं वो हम पे कभी कभी ही मेहरबान होते हैं मगर जब भी आ जाते हैं वो महफ़िल में ! क्या दिल ! क्या घर ! रोशन मेरे दोनों जहाँ होते हैं ..
Correctly said 🙂 we feel the same when our grandchildren come.
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thanks Lakshmi ji ! i feel having grand children are a bliss !once again we becomes little kid !
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