आशियाँ बना नहीं उम्र सारी लग गयी पंछी सारे उड़ गए वो ताकती रह गयी और कोई क्या साथ देता हमसफ़र तक नहीं उड़ान फिर भी बाकी है ! जान फिर भी बाकी है ! सुबह की पहली किरण कानों में कह गयी !!
आशियाँ बना नहीं उम्र सारी लग गयी पंछी सारे उड़ गए वो ताकती रह गयी और कोई क्या साथ देता हमसफ़र तक नहीं उड़ान फिर भी बाकी है ! जान फिर भी बाकी है ! सुबह की पहली किरण कानों में कह गयी !!
Wah wah
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बहुत सुन्दर |
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thank you ! : )
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