कोई आ के छीन ले हक़ हमारा या अपना हमारा बर्दाश्त नहीं हरगिज़ हमें ! वो अलग बात है कि वो खुद जाना चाहे ! छिन तो धड़कन और साँसें भी जाती हैं एक दिन ! कोई चाहे या न चाहे
कोई आ के छीन ले हक़ हमारा या अपना हमारा बर्दाश्त नहीं हरगिज़ हमें ! वो अलग बात है कि वो खुद जाना चाहे ! छिन तो धड़कन और साँसें भी जाती हैं एक दिन ! कोई चाहे या न चाहे
Heart touching
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i am so grateful and thankful ! it means a lot ! : )
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I like your Blogs.. Keep writing..
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Wah wah
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thanks a lot vartika ! : )
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दिल से दिल तक वाली पंक्तियां है💕😊
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bahut shukriya ! grateful !
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