खूब इतरा रहे हो तुम कि तुझमे खोकर हम खुद को ढूंढ़ते रहे ! तेरी आवाज़ों में खोये रहे ! पर कभी जानने की कोशश तो की होती कितने खुश थे हम खुद को ढूंढ़ते हुए ? कौन खुश रह सकता है खुद को खोते हुए ?
खूब इतरा रहे हो तुम कि तुझमे खोकर हम खुद को ढूंढ़ते रहे ! तेरी आवाज़ों में खोये रहे ! पर कभी जानने की कोशश तो की होती कितने खुश थे हम खुद को ढूंढ़ते हुए ? कौन खुश रह सकता है खुद को खोते हुए ?
very nice
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thanks a lot mr. verma ! : )
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