हिसाब

तेरी ज़फाओं का हिसाब वफाओं से दिया 
मेरे प्यार का मुकाबला न हो पायेगा पिया 
प्यार ने दिये बेकरारी इंतज़ार आंसू ,छीने ख्वाब !
प्यार के बदले में प्यार ! हिसाब किताब ना किया  

			

7 thoughts on “हिसाब

  1. काश कि वो लौट आयें मुझसे यह कहने, कि तुम कौन होते हो मुझसे बिछड़ने वाले

    Like

Leave a comment