प्यार से दर्द

*आसान नहीं जिसे प्यार करो उसे सज़ा देना*  
*खुद भी उतना ही दर्द होता है* 
*यकीन नहीं तो देखिये किसी माँ को उसका* 
*दिल सज़ा देकर ज़ार ज़ार रोता है* 
*सच्चा आशिक बेवफा सनम को सज़ा में छोड़कर*
*रोता ही है दहाड़ें मारकर* 
*रिश्ता कोई भी हो जनाब, प्यार अगर है तो* 
*ज़रूर दर्द से ही जुड़ा होता है* 
            ✍️सीमा कौशिक 'मुक्त' ✍️

3 thoughts on “प्यार से दर्द

  1. कुछ पाकर तो हर कोई
    मुस्कुराता है…लेकिन…

    जिंदगी शायद उनकी होती है…
    जो बहुत कुछ खोकर भी…
    मुस्कुराना जानते है..

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