हर नया दिन है, एक नयी किताब भूल जा अतीत और उसके हिसाब लिख कुछ प्यारा,खूबसूरत सा दिल से हर हर्फ़ दे नयी ज़िन्दगी ज़नाब ️✍️सीमा कौशिक 'मुक्त' ✍️
हर नया दिन है, एक नयी किताब भूल जा अतीत और उसके हिसाब लिख कुछ प्यारा,खूबसूरत सा दिल से हर हर्फ़ दे नयी ज़िन्दगी ज़नाब ️✍️सीमा कौशिक 'मुक्त' ✍️
अतिसुन्दर
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thank you so much !
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