सब कुछ कह कर भी कुछ न कहना भीड़ में भी वीरान के सहारे ही रहना विरह दर्द में ...गर...सुलगे तन मन दिल की तपिश को चुप चुप ही सहना
सब कुछ कह कर भी कुछ न कहना भीड़ में भी वीरान के सहारे ही रहना विरह दर्द में ...गर...सुलगे तन मन दिल की तपिश को चुप चुप ही सहना
very nice
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हार्दिक धन्यवाद !सादर आभार ! 💐❤️💐🙏
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