औरत कितनी सक्षम है, ये समझ लो देख के भ्रम मिटा दो नारी है, कमज़ोर तुम देख के माँ पिता दोनों का वो, कर्तव्य निर्वहन करे मेहनती माँ के समक्ष, झुक गया सर देख के ✍️सीमा कौशिक 'मुक्त' ✍️
औरत कितनी सक्षम है, ये समझ लो देख के भ्रम मिटा दो नारी है, कमज़ोर तुम देख के माँ पिता दोनों का वो, कर्तव्य निर्वहन करे मेहनती माँ के समक्ष, झुक गया सर देख के ✍️सीमा कौशिक 'मुक्त' ✍️
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thanks🌹🌹
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