कैसे लिखूँ ऐसा कि सबको सोचने पर मज़बूर कर दूँ अहसास हो यूँ आँखों में पश्चाताप के आँसू भर दूँ अपने किये पर मलाल रहे सबको और फैंसलों पर भी कुछ करूँ ऐसा कि दूध का दूध पानी का पानी कर दूँ
कैसे लिखूँ ऐसा कि सबको सोचने पर मज़बूर कर दूँ अहसास हो यूँ आँखों में पश्चाताप के आँसू भर दूँ अपने किये पर मलाल रहे सबको और फैंसलों पर भी कुछ करूँ ऐसा कि दूध का दूध पानी का पानी कर दूँ