💐💐🌹🌹आज सावन शिव रात्रि के महापर्व पर कुछ दोहे, मेरे इष्टदेव और गुरु भोले शंकर,महादेव शिव, महाकाल को समर्पित🙏🏻🙏🏻 🌹🌹💐💐 आपको और आपके परिवार को सावन शिव रात्रि की बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएँ 🌹🌹🙏🏻🙏🏻
२१०/
*शिव के रूप अनेक हैं, आदि अनंत अकाल*।
*आकर्षक लगते मगर, उज्जैन महाकाल*।।
२११/
*महाकाल नगरी भली, रम्य पुरी उज्जैन*।
*हो शरण महाकाल की, पूर्ण शान्ति व चैन*।।
२१२/
*शिव की कृपा सदा रहे, दुःख की रहे न मोंच*।
*महाकाल के जाप से ,लगे न कभी खरोंच*।।
२१३/
*शिव-स्मरण हर श्वास हो, हर धड़कन में याद*।
*महाकाल दिल में बसो, जीवन हो आबाद*।।
२१४/
*हरें शिव आधि-व्याधि सब, करते दुःख का अंत*।
*महाकाल आशीष से, शान्ति रहती अनंत*।।
२१५/
*शिव का सावन मास से, है निर्मल सम्बन्ध*
*मेल हुआ शिव शक्ति का, हुआ प्रेम अनुबंध*
✍️ सीमा कौशिक 'मुक्त' ✍️
Seema Kaushik is a poet based in Faridabad, India. She is an engineering graduate, who spent most of her life as a homemaker. After being forced to live according to society’s rules, she has finally discovered her voice in her 50s. Now, she writes to be free.
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