*बंधन में बँध कर रहे, कभी न करे विवाद* *अनाचार हद से बढ़े, कौन सुने फ़रियाद* ✍️सीमा कौशिक 'मुक्त' ✍️
Month: August 2022
249.दोहा
*सब पर अनुग्रह हो नहीं, नहीं कर सकें आप* *मीठी वाणी से मगर, पड़े ह्रदय पर थाप* ✍️सीमा कौशिक 'मुक्त' ✍️
248.दोहा
*होता अँधियारा जहाँ, चोर लगाए सेंध* *अंतर-ज्योति जला सभी, निज कमियों को बेंध* ✍️सीमा कौशिक 'मुक्त' ✍️
250.दोहा
*वाणी से ही सभ्यता, का दें परिचय आप* *लेकिन परिचय आपका, रहते कार्यकलाप* ✍️सीमा कौशिक 'मुक्त' ✍️
कृष्ण जन्म
🌹🌹🙏🏻🙏🏻आप सबको जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएँ ! हाथी, घोडा, पालकी जय कन्हैया लाल की !🌹🌹🙏🏻🙏🏻 🌹🌹सुनो कृष्ण जन्म का हाल मथुरा कारागार बदहाल देवकी माँ की प्रसव पीड़ा वासुदेव हो रहे विह्वल बरखा हो रही ऐसे लगा फिर न होगा कल तभी हुई आकाशवाणी जो वासुदेव ने मानी अचानक गूंजीं किलकारी टूटे बंधन सारे भारी सो गए प्रहरी सारे खुल गए जेल के किवाड़े रखे टोकरी में कान्हा नदी पार करके जाना जैसे पाँव नदी में डाला जल लेने लगा उछाला जल गले तक आया मन उनका घबराया यमुना चाहे पाँव छूना जल बढ़ा कई गुना बारिश से कान्हा बचाया शेषनाग ने की छाया जैसे चरण हुए स्पर्श नदी को हुआ अपार हर्ष उसने बनाया रास्ता कान्हा मंद मुस्काता प्रभु का हुआ अवतरण प्रकृति को हुआ आनंद कान्हा यशोदा गोद आये थे वो देवकी के जाए प्रभु की महिमा अपरम्पार गाये जो हो जाए भवपार 🌹🌹 ✍️सीमा कौशिक 'मुक्त'✍️
247.दोहा
सौगातें अपमान की, दे अपमान हज़ार वैमनस्य निश्चित तभी, कैसे हो उद्धार ✍️सीमा कौशिक 'मुक्त' ✍️
246.दोहा
जज़्बातों का जब करे, कोई भी अपमान, शून्य हुई यदि भावना, होगा अति नुकसान ✍️सीमा कौशिक 'मुक्त' ✍️
245.दोहा
ऐसे जीवन बीतता, मिलता न कभी चैन आज सोच कर भीगते, फिर से मेरे नैन ✍️सीमा कौशिक 'मुक्त' ✍️
244.दोहा
*मत समझो ये दिल्लगी, ह्रदय-लगी है "आग*" *हिस्से आए बस जलन, ऐसा हैं अनुराग* ✍️सीमा कौशिक 'मुक्त' ✍️
243.दोहा
*जग को दोनों सोच ही, देती नव आयाम* *अच्छे बुरे विचार सब, आते जग के काम* ✍️ सीमा कौशिक 'मुक्त' ✍️