*रब तेरे देने की अदा ......क्या खूब है* *ग़म ख़ुशी जो मिली....तुझसे मंसूब है* *ग़म देकर अक्सर हमें .....तराशा तूने* *शुक्रिया रब ! तू ही...सच्चा महबूब है* ✍️ सीमा कौशिक 'मुक्त' ✍️
*रब तेरे देने की अदा ......क्या खूब है* *ग़म ख़ुशी जो मिली....तुझसे मंसूब है* *ग़म देकर अक्सर हमें .....तराशा तूने* *शुक्रिया रब ! तू ही...सच्चा महबूब है* ✍️ सीमा कौशिक 'मुक्त' ✍️