जिस हाल में रब रखे उस हाल में रह लो तुम कुछ दिल की सुन लो कुछ दिल की कह लो तुम जिस हाल में रब रखे... क्यों दर्द से डरते हो-3 इस दर्द को सहलो तुम सामनेवाले की-2 मुस्कान चली जाए-2 भूल के भी ऐसा कोई बोल न बोलो तुम जिस हाल में रब रखे... सबके जीवन में, ऐसा क्षण आता है -3 रस्सी साँप बनती, -3 और दिल घबराता है -2 खुद पे भरोसा रख, आगे कदम बढ़ाओ तुम-2 जिस हाल में रब रखे... ✍️सीमा कौशिक 'मुक्त' ✍️