अच्छा खाने का मन करता, पर खाया न जाए हो खुश नाचने का मन करे, पर नाचा न जाए बातें करनी हो दिल की, पर सुनने वाला कौन मन की हो कैसे पूरी, जब तन न साथ निभाए ✍️सीमा कौशिक 'मुक्त' ✍️
अच्छा खाने का मन करता, पर खाया न जाए हो खुश नाचने का मन करे, पर नाचा न जाए बातें करनी हो दिल की, पर सुनने वाला कौन मन की हो कैसे पूरी, जब तन न साथ निभाए ✍️सीमा कौशिक 'मुक्त' ✍️