श्री कृष्ण गोपाल हरे

श्री कृष्ण गोपाल हरे 
जय जय गोविन्द हरे 
जय जय गोपाल हरे 
मनके सारे मैल मिटाकर  
भज मन जय गोविन्द हरे   
कृष्ण की भक्ति देती शक्ति  
तन-मन वश ये करे 
आधि-व्याधि, दुःख-दर्द मिटाकर  
मोक्ष की राह करे, जय गोपाल हरे
जय कृष्ण गोविन्द हरे
जो रटे राधे राधे राधे  
जीवन-धारा वो पलटा दे  
कृष्ण सुलभ हो और जीवन के 
सारे दुःख टरे,जय गोपाल हरे  
जय कृष्ण गोपाल हरे 
जय जय गोविन्द हरे 
जय जय गोपाल हरे 
कृष्ण मुरारी बांके बिहारी 
ये मस्तक चरण लगे 
शरण में आकर तेरी प्रभुजी 
नैया भवसागर पार लगे 
श्री कृष्ण गोपाल हरे 
जय जय गोविन्द हरे 
जय जय गोपाल हरे 
               ✍️ सीमा कौशिक 'मुक्त' ✍️ 


गणेश स्तुति

हे गणनायक,सिद्धि प्रदायक  
हे गजानन नमो नमः 
गौरी नंदन तुम्हें अभिनन्दन 
हे गजानन नमो नमः 
मात पिता के आज्ञाकारी 
बुद्धि प्रदायक नमो नमः 
ज्ञान प्रदायक नमो नमः 
सूक्ष्मदृष्टि प्रेमकी वृष्टि 
विघ्न विनाशक नमो नमः   
शिव के प्यारे गौरी सहारे 
देते अभय वर नमो नमः 
मेरी विनती प्रभु सुन लीजो 
प्रेम कृपा का वर मोहे दीजो 
हे गजानन नमो नमः 

होली

आया होली का त्यौहार, कान्हा रंग डालो एक बार 
कान्हा पक्का रंग हो ऐसा, छोडूं मीरा बन घरद्वार 
      आया होली का त्यौहार ,कान्हा रंग डालो एक बार 

डालो रंग ऐसा मेरे कान्हा, उर आँगन बजे बाँसुरिया  
मेरे मन की कोरी स्लेट, इसपे लिख दो प्यार ही प्यार
     आया होली का त्यौहार ,कान्हा रंग डालो एक बार 
 
ऐसे रंग जाए ये जीवन, महके इसका हर तार 
बैठी हूँ सुध बुध बिसराये,  मैं खूब करूँ मनुहार 
    आया होली का त्यौहार ,कान्हा रंग डालो एक बार 

शिव

आओ करें शिव को नमन
शिव को नमन अभिनन्दन 
हैं हाज़िर ये कण कण
शिव को नमन अभिनन्दन 
           आओ करें ..... 
शिव हैं हमारी हर साँस में 
शिव हैं हमारी हर धड़कन 
शिव ही आधार जीवन का हैं 
शिव हैं धरा शिव हैं गगन 
           आओ करें ..... 
हर ज्ञान में, अज्ञान में 
तुमसे ही बुद्धि, तुमसे ही मन
शिव हैं आदि शिव हैं अंत 
शिव ही नित्य शिव हैं अनंत
           आओ करें .....
           ✍️सीमा कौशिक 'मुक्त' ✍️

मकर संक्रांति





*है शुभ मकर संक्रांति, दिवस है ये कुछ ख़ास* 
*जीवन उमंग हो पतंग सी, टूटे ना विश्वास* 

*सूर्य शनि का ये मिलन, वर्ष में बस एक बार* 
*प्रेम प्यार सौहार्द शांति का, हो जीवन में उजास*

*ऊनी वस्त्र, तिल खिचड़ी ,का आप करो जी दान*  
*हो सुख शान्ति परिवार में ,फलित हो गंगा स्नान* 

*पावन पर्व पर शुभकामनाएँ, स्वीकार करो आप*
*नित जीवन में आपका बढे भाग्य आत्मविश्वास* 
             ️✍️सीमा कौशिक 'मुक्त' ✍️
 आप व् आपके पूरे परिवार को मकर संक्रांति 
        💐🙏की हार्दिक शुभकामनाएँ  💐🙏  

माँ दुर्गा

" आप सब जानते हैं माँ दुर्गा के बारे में
सच कहूं तो कुछ भी नया नहीं बता पाऊँगी 
पर आप सभी में स्थित माँ दुर्गा के अंश को मेरा नमन ! 
आज माँ को बस दिल से पुकारूँगी  "

हे दुर्गा माँ !नमन आपको !
दुर्गातिरशमनी कर दुःख शमन !  
शिव की शक्ति,बुद्धि रूपी,लक्ष्मी रूपी
माँ तुझे नमन !       
भक्तिरूपी शक्तिरुपी शांतिरूपी 
माँ तुझे नमन !
अपने आँचल की छाँव दे हमको  
प्यार कृपा से भर दे दामन !
हम सब तेरे चंचल बालक 
स्नेहपूर्ण तेरा अंतर्मन !
श्रद्धारूपी लक्ष्मीरूपी स्मृतिरुपी            
माँ तुझे नमन !
अंतर्यामी माँ मेरी तू 
जाने सबका अंदर बाहर !
माँ के प्यार बिना तरसे है 
चाहे जितना बड़ा हो बालक !  
तुष्टिरूपी दयारूपी मातृरूपी 
माँ तुझे नमन !   
जीवन के हर घर्षण में 
तुमको मेरा सब कुछ अर्पण !  
आत्म मुग्ध ना बनूँ कभी
देखूं हमेशा मैं मन दर्पण !
सर्वसुखदायिनी पापनिवारिणी 
हे दुर्गा माँ ! कोटि नमन ! 
कोटि कोटि नमन !

थाती जीवन की

तेरा प्यार प्रभु थाती जीवन की
मैं हूँ दीप तो तू बाती जीवन की
तेरे मेरे प्यार पर यूँ टिका संसार
जैसे मेरी हर साँस मीत तेरी लगन की
गीत ये लबों पर तूने ही सजाये
बैठी हूँ जाने कैसे सुधबुध बिसराये
हर तरफ तेरा सरूर तेरा ही जादू
तू ही है ज्योति मेरे नैनन की
पलकन से तेरा पथ मैं बुहारूँ
अश्रुओं से तेरे चरण मैं पखारूँ
झूम झूम वाणी से गीत तेरे गाऊं
सार्थक हो जाए हर स्वास जीवन की