तू खुशनसीब है गर तेरी यादें मिट गयीं बहुत अच्छा है ! स्लेट फिर से कोरी है ! नया लिखने के लिए ! बेहतर लिखने के लिए ! तू आज़ाद है !यादों की दखलंदाज़ी थोड़ी है !
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आज़ाद
आज़ाद हो गए पंछी फिर पिंजरे में नहीं आते, जिनका डर निकल जाए वो फिर काबू नहीं आते ।