इन्तेहा

कुछ तो डरना चाहिए,कोई खामोश चीखे तो 
समझ लो नाइंसाफी की, तुमने इन्तेहा कर दी ! 
शरीफों को सताना खुद की बर्बादी को है न्यौता  
कह रहें है लोग हुज़ूर आपने हद कर दी !