अक्सर दिल के दरवाज़े पर दर्द की दस्तक रही कहना चाहा बहुत कुछ पर दिल की दिल में ही रही ए दिल मासूम बच्चे सा दर्द से डरता क्यों है ! डर तब तलक ही है जब तक दर्द से दोस्ती न हुई
अक्सर दिल के दरवाज़े पर दर्द की दस्तक रही कहना चाहा बहुत कुछ पर दिल की दिल में ही रही ए दिल मासूम बच्चे सा दर्द से डरता क्यों है ! डर तब तलक ही है जब तक दर्द से दोस्ती न हुई