नकार

उसने अगर अब तक का किया नकार दिया 
जब दिया तुझको तो.. काँटों का हार दिया 
सफर में अकेला है तू,.......... दूर है मंज़िल 
मुस्कुरा ! तुझे तेरी ........ख़ुदी से वार दिया   
       ✍️ सीमा कौशिक 'मुक्त' ✍️