रख चींटी सा हौंसला, हाथी मन मज़बूत सोच सदा ऊँची रहे, दिल में प्रेम अकूत दिल में प्रेम अकूत, सदा मीठी हो वाणी रब का यही सबूत, साँस चलती है प्राणी यश फैले दिन-रात, सफलता का फल चख कहे 'मुक्त' ये बात, हार न कभी विकल्प रख ✍️ सीमा कौशिक 'मुक्त' ✍️
रख चींटी सा हौंसला, हाथी मन मज़बूत सोच सदा ऊँची रहे, दिल में प्रेम अकूत दिल में प्रेम अकूत, सदा मीठी हो वाणी रब का यही सबूत, साँस चलती है प्राणी यश फैले दिन-रात, सफलता का फल चख कहे 'मुक्त' ये बात, हार न कभी विकल्प रख ✍️ सीमा कौशिक 'मुक्त' ✍️