सच पास आना बहुत मुश्किल था लेकिन तुमसे ज़ुदा होना कोई मुश्किल नहीं था मगर ऐसे हरपल बेतरह तेरा याद आना आँसुओं को रोक पाना मुमकिन नहीं था तुमसे ज़ुदा होना कोई मुश्किल नहीं था ज़ुदा होने की ख्वाहिश तेरी ही थी लेकिन इसरार तेरा ठुकराना भी मुनासिब नहीं था जब ज़ुदा हो ही गए हो तो हमें भूल जाओ बारहां आवाज़ लगाना भी लाज़िम नहीं था तुमसे ज़ुदा होना कोई मुश्किल नहीं था वक़्त के साथ बदलीं दिलचस्पियॉँ तेरी लेकिन हमें ऐसे अँधेरे में रखना अजी वाज़िब नहीं था वक़्त और हालात से डरें या बदलें हम नहीं वो दहशत से मेरा सहम जाना भी मुमकिन नहीं था तुमसे ज़ुदा होना कोई मुश्किल नहीं था ️✍️सीमा कौशिक 'मुक्त' ✍️