फ़ोन

प्यार के बदले प्यार निभाया जाता है
फ़ोन पे कब सब कुछ बतलाया जाता है 
कौन मेरे अहसासों को तुम बिन समझे                                                    
हाल अपनों को ही समझाया जाता है 
         ✍️ सीमा कौशिक 'मुक्त' ✍️