इम्तिहान

इम्तिहान सबकी ज़िन्दगी में हैं तेरी भी और मेरी भी 
ये फैसला कैसे हुआ किसका बड़ा था इम्तिहान 
झुके हम निभाया हमने सबकी खातिर दी कुर्बानी 
तुमने पाया,काबिल थे तुम,क्यों हुआ ये तुम्हे गुमान