आत्मा को ना काट सके शस्त्र कोई ना जला सके अग्नि कोई ना भिगो सके जल कोई ना सूखा सके वायु कोई आत्मा तो अखंड सर्वव्यापी अचल अव्यक्त अचिन्त्य निर्विकार जो ज्ञानी जानता है वो कभी भी शोक नहीं करता
Month: July 2021
वस्त्र
"ज्यूँ त्याग पुराने वस्त्र मानव करे नए वस्त्रों को धारण .. त्यूं आत्मा भी पुराना शरीर त्याग करे नया शरीर धारण "...
मुट्ठी
हम सब की खुशियां एक दूसरे की मुट्ठी में हैं बदकिस्मती ये कि कोई खोलना नहीं चाहता सम्पूर्णता सबके भीतर देखना चाहता है हर कोई पर क्या करें कोई आइना देखना नहीं चाहता आओ खोल ले मुट्ठी और देखें आइना भी हम यूँ ही मुस्कुराने में किसी का कुछ नहीं जाता
रात
है रात घनेरी और लम्बी छायी है गहन उदासी भी.. रात के बाद सुबह होगी ही सो रात सहन हम कर लेंगे....
ज़िन्दगी के साज़ पर
ज़िन्दगी के साज़ पर ,बन तू धड़कनों की धुन छा मेरे वज़ूद पर !जैसे धरा पे ये गगन मस्त हवाओं सा मेरे, जीवन में लहलहाए जा झूम झूम गाये जा ,कह रही दिल की लगन ज़िन्दगी के साज़ पर ......... दिल की हर आवाज़ पर ,मेरी हर एक याद पर ऱम जा सांसों में मेरी ,आ जाए रूह को सुकून बारिश की बूँदें ज्यों गिरे ,सेहरा की तपती रेत पर वैसे ही चैन आये दिल में, सो सकूँ मैं पुरसुकून ज़िन्दगी के साज़ पर......... धीमे धीमे सुलग रही ,दिल में प्रेम की अगन पथ निहारते हैं देखो ,अश्रुपूरित नयन काश ऐसा हो !ना प्यास हो ,ना हो ये इंतज़ार हर तरफ चमन में हो, दूर दूर तक सुमन सुमन ज़िन्दगी के साज़ पर.......... सब कुछ है मेरे पास तो, क्यों है ये दिल की चुभन हार ना मानूंगी मैं !करती रहूंगी हर जतन जो है तू मेरे पास ही ,मेरे साथ ही हर स्वास में तो क्यों ना आया अब तलक ,रूह को चैनो-अमन ज़िन्दगी के साज़ पर .........
औरत
ज़्यादातर औरत हैं शोषित और अपमानित फिर भी स्वयं पर कितनी हैं वो गर्वित ! क्यूंकि उन्हें बनना है त्यागी, बलिदानी और महान क्यूंकि उन्हें समाज में होना है ,बन 'देवी' प्रतिष्ठित यही प्रशिक्षण तो वो बचपन से हैं पाती अपने अधिकारों को ख़ुशी से त्याग पाती ये कैसी विडंबना !एक औरत माने ज़रूरी "औरत पर अंकुश पुरुष का" !ये कैसी मज़बूती?
नारी
"ढोल, गंवार, शूद्र, पशु, नारी ,ये सब ताडन के अधिकारी।" क्या एक साथ पाँचों रखने में भूल नहीं है भारी ? इनमे सिर्फ ढोल निर्जीव ,बाकी सभी सजीव निर्जीव सजीव एक साथ तुलें ! क्या लगता नहीं अजीब ? ढोल की ताडना करिये वर्ना संगीत नहीं होगा उत्पन्न गंवार कोई नहीं अपनी मर्ज़ी से,हाल हालात बनें दुश्मन है गंवार इसलिए कोई , कि मिली नहीं उसे दीक्षा किसी अमीर या ऊँची जाति के हाथों में ही शिक्षा शूद्र के साथ करते रहे हम सदियों से अन्याय उनके साथ व्यवहार हुआ ऐसा, मानवता भी शर्माए पशु जो बोल ना पाएं ,पीड़ा भी जता ना पाएं उनको ताड़ना दे हम उनसे , मनचाहा करवाएं नारी जो हरतरह से सक्षम ,तन मन और मस्तिष्क पुरानी साज़िश के तहत उसे हम कमज़ोर बताएं प्रसव वेदना सहकर जो करती सृष्टि की रचना अपना अपना कह के भी, कोई माने न अपना जो प्यार से ही कर देती, अपना सब कुछ न्यौछावर घर को स्वर्ग सा वही बनाये ताड़ना नहीं 'प्यार' पाकर ! कितने गरूर से लोग यहाँ ये चौपाई ,गाएं और दोहराएं नारी गरिमा को धर्म के नाम ,निर्मम चोट पहुँचायें कैसे नारी को एक 'संत' कह सके ताड़न का अधिकारी ? नारी जगत का आधार,महिमा उसकी है भारी ! अगर उनकी ही नारी,नहीं देती उनको ज्ञान कैसे बन जाते वो संत तुलसीदास महान !! "जितना हेत हराम में ,उतना हरि में होय। कह कबीर ता दास का,पल्ला न पकड़े कोय।।"
लफ्ज़
सच्ची चाहत किसी भी रिश्ते में हो कितना प्यार है कहाँ बता पाते हैं दिल खोलके कहाँ रख पाते हैं लफ्ज़ कम पड़ ही जाते है बदन का दर्द बता सकते हैं दिल का दर्द कहाँ बता पाते हैं खामोश लब थरथराते हैं लफ्ज़ कम पड़ ही जाते हैं बहुत दिनों बाद कुछ मनचाहा अचानक मिल जाए तो पैर थिरके व् होंठ मुस्कुराएं लफ्ज़ कम पड़ ही जाते है कभी जब आप महसूस करे ज्यादा प्यार दर्द ख़ुशी शोक कुछ भी हमेशा जताने के लिए लफ्ज़ कम पड़ ही जाते है "words" Even if your love is true It is difficult to express how you feel How hard it is to open up your heart Words always fail you in the end You can point to where you feel physical pain But it’s another matter when it is an ache in your heart Silent lips tremble Words always fail you in the end After a long time If you suddenly find your beloved Your feet frolic, and you can’t hide your smile But words still fail you in the end Whenever you are overwhelmed by Love, pain, happiness or despair Words always fail you in the end translated by -Martand Kaushik (my son )
जादू
मौन शब्द से बेहतर है शब्द है कड़वा तो लेकिन मौन भी खतरनाक है सोच हैं कड़वी तो सोच सही हो शब्द हों कड़वे तो चल जाएंगे सोच सही और मीठी वाणी जादू चल जाएंगे
साथ
ज़रूरी नहीं समय ताकत संपत्ति पैसा और शरीर ज़िन्दगी में साथ देंगे मगर अच्छा स्वभाव अच्छी समझ आध्यात्मिक पथ सच्ची नीयत ज़िन्दगी में हमेशा साथ देंगे